Trading kaise kare-Trading kya hai-ट्रेडिंग अकॉउंट क्या होता है?, इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करे, ट्रेडिंग के प्रकार, स्विंग ट्रेडिंग क्या है ?
ट्रेडिंग क्या है ? (Trading kya hai)
Trading kya hota hai :- ट्रेडिंग का हिंदी अर्थ “व्यापार” होता है हमारे भारत देश में ट्रेडिंग बहोत ज्यादा प्रचलित शब्द है। जिसका सिंपल मतलब व्यापार करना होता है इसमें मुख्य रूप से शेयर की खरीदी और बिक्री का व्यापार किया जाता है जो आज के समय का सबसे जल्दी पैसा कमाने का जरिया बना हुआ है। एक व्यापारी या कोई भी आम व्यक्ति इसे आज के समय में आसानी से कर सकता है। इसके बाद हम जानेंगे की Trading kaise kare in hindi में।
अगर आ सोच रहे है कि ट्रेडिंग करके लाखो रूपये कमाया जा सकता है तो आप सही सोच रहे है लेकिन लाखो रूपये जिस प्रकार आप कमा सकते है उसी प्रकार आप अपना लाखो रूपये इसमें गवा भी सकते है ट्रेडिंग करना तो आसान है मगर इसे बिना सिखे करेंगे तो आपके लिए ये जोखिम भरा हो सकता है।
ट्रेडिंग कैसे करे ? (Trading kaise kare)
ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास मुख्यतः डीमैट अकॉउंट और ट्रेडिंग अकॉउंट होना आवश्यक है इसके बिना आप ट्रेडिंग नहीं कर सकते है तो सबसे पहले आप अपना डीमैट अकॉउंट खोले जिसके साथ ही ट्रेडिंग अकॉउंट अपने आप खुल जाता है। डीमैट अकॉउंट और ट्रेडिंग अकॉउंट को खोलना काफी आसान है इसके लिए गूगल प्ले स्टोर में बहोत सारे ऑनलाइन एप्प मौजूद है जिसमे आप अपना अकॉउंट खोल सकते है।
ट्रेडिंग अकॉउंट क्या होता है ? (Trading Account kya hota hai)
ट्रेडिंग अकॉउंट डीमैट अकॉउंट जैसा ही होता है लेकिन इसमें आपके द्वारा ट्रेड किये गए सभी Transaction को डाटा के रूप में रखता है दरासल ट्रेडिंग अकॉउंट आपके ब्रोकर के पास मौजूद होता है।
आपके द्वारा डीमैट अकॉउंट में शेयर की खरीदी और बिक्री को रिकॉर्ड करके ब्रोकर ट्रेडिंग अकॉउंट के मदद से आपके शेयर को आपके निर्देश अनुसार खरीद और बेच सकता है।
> शेयर मार्केट ट्रेडिंग क्या है ? (Share Market trading kya hai)
ट्रेडिंग के प्रकार (Trading ke prakar)
एक सफल ट्रेडर बनने के लिए आपको शेयर मार्केट में एक टाइप चूस करना होगा और उसी के अनुसार आप शेयर मार्केट में आसानी से ट्रेड कर सकते है। शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के अलग अलग प्रकार है Trading ke prakar जो निन्म है –
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है ? (Intraday Trading kya hai )
Intraday Trading वो ट्रेडिंग है जिसे एक दिन में कम्पलीट करना होता है सिंपल शब्दों में समझे तो इसमें जिस दिन शेयर को खरीदते है उसी दिन शेयर को बेचना होता है इसका एक्सपायरी डेट एक दिन का होता है। समय की बात करे तो सुबह 9:15 बजे से लेकर दोपहर 3:30 बजे तक का समय दिया गया है।
अगर आप 10 बजे शेयर खरीदते है तो आपको वो शेयर 3:30 बजे तक या उससे पहले बेचना होता है यदि आप शेयर को खरीद कर नहीं बेचते है तो आपका ब्रोकर उस शेयर को बेच देता है और उसे बेचने का चार्ज आपसे वसूल करता है। अगर आप Intraday Trading करते है तो आपको इसमें समय को ध्यान में रखकर ट्रेड करना आवश्यक है।
इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करे (Intraday Trading kaise kare)
Intraday Trading करने के लिए आपके पास पर्याप्त समय होना आवश्यक है क्योकि इसमें आपको मार्केट चालू होने से बंद होने तक आपको इसमें समय देना जरूरी है।
इसको करने के लिए आपको chart देखना आना चाहिए इसके बिना आप Intraday Trading नहीं कर सकते यदि आप करते है तो आपका पैसा डूबने का चांस बढ़ जाता है।
इसमें चार्ट पैटर्न का महत्व काफी ज्यादा होता है इसे करने वाले Traders chart screen के सामने ही समय बिताना पसंद करते है।
स्विंग ट्रेडिंग क्या है ? (Swing Trading kya hai )
स्विंग ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग है जिसमे शेयर को 24 घंटे या उससे अधिक समय तक होल्ड करके रखा जा सकता है Swing Trading में ट्रेडर्स आसानी से ट्रेड कर सकते है अधिकतर लोगो Swing Trading Style में ट्रेड करना पसंद होता है ये स्टाइल ट्रेडर्स में ज्यादा पसंद किया जाता है क्योकि इसमें जोखिम कम होने का चांस रहता है।
Swing Trading kya hai ये तो आप लोग समझ गए होंगे लेकिन इसे सफल बनाने के लिए इंडिकेटर का उपयोग अधिक मात्रा में किया जा रहा है जो जोखिम को कम करने में सहायक होता है।
स्कल्पिंग ट्रेडिंग क्या है ? (Scalping Trading kya hai)
Scalping Trading एक ऐसी ट्रेडिंग है जिसमे शेयर को कम से कम 1 minute और ज्यादा से ज्यादा 5 minute तक के लिए ट्रेडर्स ट्रेडिंग करते है इस तरह के ट्रेडिंग स्टाइल में ट्रेडर्स हमेसा बड़ी मात्रा में शेयर को खरीदते है और 1 minute के भीतर लाभ कमा कर शेयर बेच देते है ऐसा ट्रेडर्स बार बार करके छोटी छोटी मात्रा में अधिक लाभ कमा लेते है।
इसमें जितना आसानी से लाभ कमाया जा सकता है उतना ही आसानी से पैसा गवाया भी जा सकता है इसलिए इस ट्रेडिंग को करने वाले ट्रेडर्स काफी ज्यादा स्किल्ड या अनुभवी होते है इसमें चार्ट पैटर्न को बारीकी से देखना और उसके हिसाब से ट्रेड करना होता है।
स्कल्पिंग ट्रेडिंग स्ट्रैटजी इन हिंदी ? (Scalping Trading strategy in hindi)
Scalping Trading kya hai ये आप समझ गए होंगे अब बात करते है Scalping Trading strategy के बारे में, तो चलिए जानते है कि Scalping Trading के लिए कैसे strategy बनाते है जो निन्म है –
- इसमें सबसे पहले आपको ऐसे स्टॉक को खोजना होगा जो मार्केट में काफी ज्यादा Volatility मतलब काफी ज्यादा उछाल या गिरावट उतपन्न करते है।
- Volatility शेयर स्टॉक खोजने के लिए इंटरनेट में बहोत सरे वेबसाइट मौजूद है जो आपको आसानी से ऐसे स्टॉक खोज कर दे सकते है।
- Volatility स्टॉक मिलने के बाद चार्ट पैटर्न को 1 minute से 5 minute के बिच सेट करके ध्यान पूर्वक देखे।
- चार्ट पैटर्न में इंडीकेटर्स का उपयोग करे।
पोसिशनल ट्रेडिंग क्या है (Positional Trading kya hai)
शेयर मार्केट में शेयर को 1 महीने से ज्यादा होल्ड करके रखने को Positional Trading कहते है इसे आप अपने मर्जी के अनुसार कभी भी बेच सकते है इसमें पैसा डूबने का जोखिम कम होता है इसलिए ज्यादा तर इन्वेस्टर्स अपने पैसे इसी में इन्वेस्ट करते है और लम्बे समय तक होल्ड करके बाद में बेच देते है। ऊपर आप समझ गए होंगे कि Trading kaise kare और स्ट्रैटजी कैसे बनाये।
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